सलिल विश्नोई का जीवन परीचय | Biography of Salil Vishnoi

सलिल विश्नोई: सलिल विश्नोई का जीवन परीचय (Biography of Salil Bishnoi)

सलिल विश्नोई, एक नाम जो न केवल उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक जाना-माना चेहरा है, बल्कि एक ऐसा व्यक्तित्व भी है जिसने समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दिया है। आर्यनगर विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक और भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष के रूप में उनकी सेवाएं अनुकरणीय हैं। वे वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य (एम.एल.ए.) हैं।

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सलिल विश्नोई की पारिवारिक पृष्ठभूमि (Salil Vishnoi's family background):

औरैय्या के एक प्रतिष्ठित परिवार में सलिल विश्नोई का जन्म 9 जुलाई, 1955 को हुआ था। उनके दादा श्री श्यामलाल बिश्नोई औरैय्या के दाल-मिल के बड़े व्यापारी थे, उन्हीं के पदचिन्हों पर चलते हुए उनके पिता श्री (स्वर्गीय) गोविन्द बिश्नोई ने व्यवसाय को आगे बठाया तथा समाज सेवा में अपना नाम कमाया। 

उनकी माता श्रीमती सुशीला बिश्नोई ने धार्मिक और सामाजिक जागरूकता के साथ अपने बच्चों की परवरिश की। सलिल विश्नोई के बड़े चाचा श्री हरगोविंद बिश्नोई उत्तर प्रदेश की सरकार के वशिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी रहे है, उनके छोटे चाचा श्री कृष्णागोविंद बिश्नोई उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड में चीफ इंजिनियर रहे है। उनकी धर्मपत्नी डॉ. रोचना बिश्नोई कानपुर विश्वविद्यालय के जुहारी देवी गर्ल्स पीजी कॉलेज में संगीत की प्राध्यापिका है। इनकी तीन संतानों में दो बेटियां एवं एक है। बेटे का नाम शिखर विश्नोई है एवं बड़ी बेटी का सुरभि विश्नोई भदौरिया है।

सलिल विश्नोई अपनी पत्नी एवं बेटी सुरभि विश्नोई के साथ
सलिल विश्नोई अपनी पत्नी एवं बेटी सुरभि विश्नोई के साथ


सलिल जी ने कानपुर विश्वविद्यालय से अपनी बी.एस.सी. की डिग्री 1974 में और एल.एल.बी. 1977 में पूरी की। उन्होंने अपने उद्योग और समाजिक संगठनों में नेतृत्व की भूमिका निभाई।

सलिल विश्नोई का राजनीतिक जीवन (Political life of Salil Vishnoi):

बचपन से संघ में जुड़े रहे सलिल विश्नोई को भारतीय जनता पार्टी ने 2002 में जनरलगंज विधान सभा सीट से उम्मीदवार बनाया। इस सीट पर भाजपा के दिग्गज नेता नीरज चतुर्वेदी लगातार तीन बार विधायक रहे। पार्टी ने चतुर्वेदी का टिकट काटते हुए युवा सलिल विश्नोई पर भरोसा जताया और विश्नोई ने चुनाव जीतकर पार्टी को निराश नहीं किया। इसके बाद विश्नोई राजनीति में पीछे मुडक़र नहीं देखा और दूसरी बार 2007 में भी इसी सीट से जीत दर्ज की। 2012 में परिसीमन के चलते जनरलगंज सीट खत्म हो गयी तो सलिल विश्नोई ने आर्यनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और 51 हजार वोट पाकर लगातार तीसरी बार विधायक बने। 

इस तरह वे लगातार तीन बार भाजपा के विधायक रहे। 2017 में भी पार्टी ने विश्नोई पर भरोसा जताया, पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी अमिताभ बाजपेयी ने मोदी लहर के बावजूद उन्हे पटखनी दे दी। हार के बाद भी विश्नोई पार्टी में सक्रिय रहे तो संगठन ने उन पर विश्वास जताते हुए संगठनात्मक कार्यों में जोड़ा और पार्टी ने प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी सौंप दी। लगातार दो बार वह प्रदेश में महामंत्री रहे। 2018 में राज्य सभा चुनाव में उनका नाम सामने आया और नामांकन भी कराया, लेकिन समीकरण न बनते देख नाम वापस कर लिया। 

भाजपा, कानपुर में संगठन के प्रति उनके कार्यों को देखते हुए पिछले 18 वर्षों से उन्हें लगातार कोई ना कोई दायित्व देता चला आ रहा है। जानकारों का कहना है कि योगी सरकार में सलिल को मंत्री बनना तय था, लेकिन एन वक्त में राज्यसभा चुनाव आ गए और भाजपा ने इन्हें कमल का सिंबल थमा दिया। इस प्रकार सलिल बिश्नोई को 2021 मे विधान परिषद (एमएलसी) का उम्मीदवार बनाया और वे विधान परिषद के सदस्य चुने गये। 

सलिल विश्नोई: विधायक (सदस्य विधान परिषद) एवं उपाध्यक्ष- भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश
सलिल विश्नोई: विधायक (सदस्य विधान परिषद) एवं उपाध्यक्ष- भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश


भाजपा ने विधानसभा चुनाव 2022 में सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र से प्रत्यासी बनाया परन्तु समाजवादी पार्टी के हाजी इरफान सोलंकी से 12266 वोटो से हार गये। सलिल विश्नोई पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं। बतौर संघ प्रचारक जब भी पीएम नरेंद्र मोदी कानपुर आते तो सलिल विश्नोई को जयनारायण स्कूल जरूर बुलाते है।

राजनीतिक जीवन में उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास के लिए अनवरत प्रयास किए और तीन बार विधानसभा चुनाव जीतकर अपने समाज का मान बढ़ाया। उनकी लोकप्रियता उनके कार्यों और जनता से उनके संबंधों में झलकती है। वे उत्तर प्रदेश में बिश्नोई समाज के एकमात्र विधायक हैं, और उनकी जीत ने समाज को गर्वित किया। 

श्री सलिल बिश्नोई ने कानपुर में बिश्नोई मंदिर एवं धर्मार्थ भवन का निर्माण कराके बिश्नोई समाज को समर्पित किया। पर्यावरण और वृक्षारोपण को अपना आदर्श मानने वाले सलिल जी ने समय-समय पर उत्तर-प्रदेश विधानसभा में  पर्यावरण संरक्षण और जीव-रक्षा के महत्वपूर्ण संदेश दिए हैं। उनके योगदान के लिए समाज उनका आभारी है, और उनके पारिवारिक, सामाजिक और राजनीतिक भविष्य के लिए हम सभी शुभकामनाएं देते हैं। 

सलिल बिश्नोई का मोबाइल नंबर एवं पता (Salil Bishnoi's mobile number and address): 

  • मोबाइल नंबर: 9415041666
  • पता: 26/60 विरहाना रोड,कानपुर।

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