समराथल फाउंडेशन | Samrathal Foundation

समराथल फाउंडेशन: बिश्नोई समाज के जरूरतमंद युवाओं के सपनों को पंख देने वाला एक अनूठा प्रयोग

श्री जम्भेश्वर भगवान के आशीर्वाद से समराथल फाउंडेशन सोसाइटी (Samrathal Foundation Society) की स्थापना एक अभिनव पहल के रूप में हुई, जिसका उद्देश्य बिश्नोई समाज (Bishnoi Samaj) के जरूरतमंद युवाओं को उच्च शिक्षा और विकास के अवसर प्रदान करना है। समराथल फाउंडेशन (Samrathal Foundation) ने शिक्षा, स्वास्थ्य, और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में अपनी विशेषज्ञता और संसाधनों का उपयोग करते हुए समाज के लिए एक नई दिशा निर्धारित की है। 2017 में स्थापित, समराथल फाउंडेशन (Samrathal Foundation) ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व मानक स्थापित किए हैं और अल्पावधि में उल्लेखनीय प्रगति की है।

फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश जी विश्नोई के नेतृत्व में विश्नोई समाज के युवा अधिकारी इस संस्था के माध्यम से समाज के गरीब बच्चों के सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। संस्था ने कम समय में ही जोधपुर शहर में नए हाईकोर्ट के पास अपनी जमीन खरीद ली है। संस्था ने कुड़ी भगतासनी अमृता देवी संस्था में एक अच्छी लाइब्रेरी स्थापित कर बच्चों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। कोटा, जयपुर और जोधपुर के प्रसिद्ध संस्थानों के साथ मिलकर समाज के बच्चों को उचित दरों पर उत्कृष्ट कोचिंग प्रदान की जा रही है। श्री ओमप्रकाश जी एडीएम और पूरी टीम की जितनी भी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। उनके समर्पण और कड़ी मेहनत से, विश्नोई समाज के बच्चों को शिक्षा और बेहतर जीवन स्तर प्राप्त करने का अवसर मिल रहा है।

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समराथल फाउंडेशन: शिक्षा के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन

संस्था की शुरुआत 18 जून 2017 को हुई, जब 29 सदस्यों की एक बैठक में समराथल फाउंडेशन सोसाइटी (Samrathal Foundation Society) के गठन का निर्णय लिया गया। इसके बाद, 10 अगस्त 2017 को राजस्थान संस्था पंजीयन अधिनियम 1958 के तहत संस्था का पंजीकरण किया गया। आज, संस्था में 550 से अधिक सदस्य और 100 भामाशाह हैं, जिनके समर्पण से समाज में शैक्षणिक विकास की महती भूमिका निभाई जा रही है।
समराथल फाउंडेशन सोसाइटी (Samrathal Foundation Society) ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित किया है और इसके उद्देश्यों का अन्य समाजों और संस्थाओं द्वारा भी अनुसरण किया जा रहा है।इसके अभिनव प्रयासों ने समाज के विकास में एक नई दिशा प्रदान की है। समराथल फाउंडेशन ने समाज के जरूरतमंद और होनहार विद्यार्थियों को चुनने और उन्हें इंजीनियरिंग तथा मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के लिए तैयार करने के लिए अनेक प्रयास किए हैं तथा अनवरत् प्रयासरत् हैं। इन प्रयासों में विद्यार्थियों की आर्थिक और शैक्षिक जरूरतों का मूल्यांकन, स्वतंत्र साक्षात्कार, और विभिन्न स्तरों पर चयन प्रक्रियाएं शामिल हैं। संस्था ने विद्यार्थियों को उच्च-स्तरीय कोचिंग प्रदान करने के लिए एलन कैरियर और आकाश एजूकेयर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ संविदाएं की हैं। इसके अलावा, छात्रावास, वाहन सुविधाएं, और स्कूल शिक्षा की व्यवस्था भी की गई है। समराथल फाउंडेशन ने सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए भी विद्यार्थियों का चयन किया है, और 2023 में उन्हें देश और राज्य के उत्कृष्ट करियर संस्थानों में रियायत और आर्थिक सहयोग के साथ प्रवेश दिलवाया हैं।

समराथल फाउंडेशन | Samrathal Foundation
समराथल फाउंडेशन

संस्था का उद्देश्य:

  • गरीब और प्रतिभाशाली छात्रों को चिकित्सा और इंजीनियरिंग में उच्च शिक्षा प्रदान करना।
  • छात्रों को NEET और JEE जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सहायता करना।
  • छात्रों के लिए छात्रावास और भोजन जैसी सुविधाएं प्रदान करना।
  • शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना।
  • सामाजिक मुद्दों जैसे बाल विवाह और नशा मुक्ति पर जागरूकता फैलाना।
  • समाज के युवाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना।
  • पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना।
  • छात्रों को पुस्तकों और अन्य अध्ययन सामग्री तक पहुंच प्रदान करना।

संस्था की उपलब्धियां:

  • समराथल फाउंडेशन (Samrathal Foundation) ने 45+ जरूरतमंद और होनहार विद्यार्थियों का AIIMS और IIT जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में चयन सुनिश्चित किया है।
  • संस्था ने राजस्थान राज्य के 44 निर्धारित ब्लॉक में 80 ब्लॉक कोऑर्डिनेटर के माध्यम से प्रतिभा खोज परीक्षा का आयोजन कर प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की खोज की है।
  • संस्था में लगभग 550+ प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने सदस्यता ग्रहण की है और संस्था को 100 से अधिक ‘समराथल भामाशाहों’ ने कम से कम 1 लाख रुपये प्रति वर्ष दान किए हैं, जिनमें से 30 ने कम से कम 3 लाख रुपये प्रति वर्ष अनुदान दिया है।
  • संस्था ने 15 लाख रुपये की लागत से एक 200 विद्यार्थियों की क्षमता वाला अत्याधुनिक पुस्तकालय का निर्माण किया है।
  • संस्था ने विभिन्न शैक्षिक और सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया है।
  • संस्था ने कोरोना आपदा के दौरान उल्लेखनीय सेवाएं प्रदान कीं और आपदा कोष में योगदान दिया।

संस्था के सामने चुनौतियां:

  • समराथल फाउंडेशन (Samrathal Foundation) के कार्यों को जारी रखने के लिए संस्था के कोष को निरंतर समृद्ध बनाए रखना।
  • प्रशासनिक सेवा, चिकित्सा सेवा, अभियांत्रिकी सेवा, न्यायिक सेवा और अन्य परीक्षाओं में अधिक से अधिक छात्रों को चयनित कराना।
  • छात्रावास, पुस्तकालय और अन्य सुविधाओं का विस्तार कर, स्वयं के स्वामित्व के छात्रावास एवं लाईब्रेरी का निर्माण।
  • छात्रों के लिए करियर काउंसलिंग और अन्य सुविधाएं प्रदान करना।
  • समाज के सभी सदस्यों को इस पुण्य कार्य में भाग लेने के लिए प्रेरित करना।
  • सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए अधिक प्रयास करना।

संस्था की अपेक्षाएं/आशाएं:

  • समाज के सभी सदस्यों से आर्थिक और नैतिक सहयोग।
  • अधिक से अधिक लोगों को संस्था के कार्यों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना।
  • समाज के युवाओं को शिक्षा के महत्व को समझने और उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना।
  • समाज में शिक्षा के क्षेत्र में समानता और न्याय स्थापित करने में सहयोग करना।
  • समाज के सभी जरूरतमंद छात्रों को उच्च शिक्षा प्रदान करना।
  • शिक्षा के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन लाकर, एक आत्मनिर्भर और सशक्त समाज का निर्माण करना।

सदस्यता और अनुदान:

समराथल फाउंडेशन (Samrathal Foundation) की सदस्यता और अनुदान प्रक्रिया में वार्षिक 11000/- रुपये का न्यूनतम अनुदान नियत है। बिना सदस्यता स्वैच्छिक अनुदान न्यूनतम 500/- से अधिकतम इच्छानुसार राशि का अनुदान संभव है, आप अपनी इच्छा अनुसार अनुदान कर सकते है। संस्था के संविधान के अनुसार, ऑनलाइन और ऑफलाइन अनुदान व्यवस्था उपलब्ध है। संस्था के लिए अनुदान देने की जानकारी इस प्रकार है-

  • संस्था का नाम: समराथल फाउंडेशन सोसाइटी
  • खाता संख्या: 50406293607
  • संस्था का पैन कार्ड: 
  • बैंक: इंडियन बैंक
  • शाखा: 803, चोपासनी रोड़ जोधपुर
  • IFSC Code: IDIB000J619
  • पत्ताः अमृतादेवी बिश्नोई पर्यावरण संस्थान परिसर, सेक्टर 2, कुड़ी हाउसिंग बोर्ड, जोधपुर (राज.)
  • संस्था का रजिस्ट्रेशन:
    • राजस्थान संस्था पंजीयन अधिनियम 1958 को तहत- पंजीयन संख्या 150/ जोधपुर /2017-18 दिनांक 10-08-2017
    • आयकर अधिनियम 1961 की धारा 12 के तहत पंजीयन संख्या CIT EXEMPTION, JAIPUR/12AA/2018-19/4/10043/19-09-2018
    • आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80G के तहत पंजीयन संख्या CIT EXEMPTION, JAIPUR/800/2019-20/1017730615(1/03.03.2019) {codeBox}

समराथल फाउंडेशन एक प्रेरणादायक पहल है जो समाज के जरूरतमंद युवाओं के जीवन को बदलने की क्षमता रखती है। शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जो समाज को आगे बढ़ा सकता है और समराथल फाउंडेशन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

समराथल फाउंडेशन समाज के युवाओं को शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह संस्था शिक्षा के क्षेत्र में समानता और न्याय स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। संस्था की उपलब्धियां प्रेरणादायक हैं समाज के सभी सदस्यों को इस पुण्य कार्य में भाग लेने और इस संस्था को सफल बनाने में योगदान देना चाहिए।

यह संस्था शिक्षा के क्षेत्र में एक उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर है, Bishnoi.co.in की तरफ से उज्जवल की शुभकामनाएं। {alertSuccess}

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